नागरिकता संशोधन कानून: शहर-शहर दिख रहा है सिर्फ प्रदर्शन

by Mahima Bhatnagar
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नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हर शहर में बवाल देखने को मिल रहा है। कही इसे लेकर बसे जलाई जा रही हैं, तो कही लाठीचार्ज किया जा रहा है। कोई दर्द से चिल्ला रहा है, तो कोई इंसाफ की मांग कर रहा है। छात्रों से लेकर नेताओं तक हर कोई इस प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहा है। ये प्रदर्शन इतना ज्यादा बड़ गया है कि अब ये राजधानी दिल्ली से लेकर, लखनऊ और हैदराबाद तक जा पहुंचा।

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लखनऊ के नदवा कॉलेज में प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नदवा कॉलेज में सोमवार सुबह छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की। जिसके कारण पुलिस को कॉलेज का गेट बंद करना पड़ा और छात्रों को बाहर आने से रोकना पड़ा।

हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन

हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी में छात्र नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही छात्र जामिया छात्रों के भी समर्थन में खड़े हैं। उनका कहना है कि, जिन्होंने कुछ नहीं किया उनके साथ हिंसा क्यों हो रही है। वो छात्र अपनी मांग रख रहे हैं, जिसके लिए पुलिस उन्हें मार रही है।

राजधानी बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भी हजारों लोग इकट्ठा हुए और कानून का विरोध किया। प्रदर्शनकारी इस कानून को देश तोड़ने वाला और अल्पसंख्यकों के खिलाफ बता रहे है।

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गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ के कुछ हिस्सों में प्रदर्शन

असम के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ के कुछ हिस्सों में इस कानून के विरोध में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ जिसके बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया और इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया। सीएए 2019 के खिलाफ कई दिनों के हिंसक प्रदर्शन के बाद कर्फ्यू में ढील दी गई। दिसपुर, उजन बाजार, चांदमारी, सिल्पुखुरी और जू रोड में विरोध का व्यापक असर दिखा।

विरोध प्रदर्शन और हिंसक तब हुआ जब दिल्ली में रविवार को जामिया के छात्रों का प्रदर्शन और ज्यादा बढ़ गया। यूनिवर्सिटी में तोड़फोड़ के अलावा प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों में आग लगा दी। विरोध जारी है, छात्रों की मांग है कि, जो उनके साथ हुआ उसके खिलाफ जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए।

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