यारो की यारी… एक साझेदारी हमेशा रहती है साथ

by Mahima Bhatnagar
friendship

नई दिल्ली। तेरी मेरी दोस्ती… ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे… तेरा यार हूं मैं। आज हर कोई इन गानों को गुनगुना रहा है। अपनी दोस्ती… दोस्तों के साथ बिताएं पल को याद कर रहा है। दोस्ती होती ही ऐसी है… जब भी किसी मुसीबत में होते हो तो कमीना दोस्त ही सबसे पहले याद आता है। कभी-कभी वो धोखा दे जाता है, लेकिन सॉरी बोलकर मना भी लेता है। इसी को तो कहते हैं दोस्ती।

कुछ इसी किस्सों को याद किया हमने और लोगों से बात की… ताकि जान सके कि वो क्या कहते हैं अपने दोस्तों के बारे में।

किसी को अपना दोस्त कमीना लगता है… कोई ये कहता है कि तू तो अपनी बंदे के पास जा… कोई गाना गाकर उन्हें याद करता है। कोई उनकी छोटी-छोटी बातों को दोहरा रहा है। दोस्ती एक शब्द नहीं भावना है… इनके बिना हमारा खाना हजम नहीं होता… बातें पूरी नहीं होती… जिंदगी का सार होते हैं ये। हर पन्ने पर इनकी कहानी जरूर होती है। ऐसे ही होते हैं दोस्त।