बंगाल में खिला कमल, तो इसलिए दरक गई ममता की जमीन

by Madhvi Bansal

लोकसभा चुनाव 2019  में बीजेपी ने बंगाल से भी 18  सीट जीत कर ममता जो की बंगाल में काफी सालो से राज कर रही है को भी दिखा दिया की बंगाली लोग भी बीजेपी को पसंद करते है |  2014  में केवल 2 सीट जितने वाली बीजेपी ने 2019  में 18  सीट जीत ली जबकि टीएमसी की सीट पहले से काफी घट गई | बंगाल में 18  सीट इसीलिए भी बहुत बड़ी बात है क्योंकि ममता ने वहाँ पर  बीजेपी की बहुत सारी रैली भी नहीं होने दी थी उसके बाद भी बंगाल से सीट निकालना बीजेपी के लिए विजय सामान है|

इसे भी पढ़ें: नतीजों से पहले राहुल का ट्विटर पर कार्यकर्ताओं को संदेश- 24 घंटे महत्वपूर्ण, सतर्क और चौकन्ना रहें

बीजेपी को मिला जीत का मंत्र 

लोकसभा चुनाव 2019  में वोटिंग से पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने कार्यकर्ताओ से बंगाल से कम से कम 23  सीट पर जीतने के लिए बोला था जिसके लिए अमित शाह ने वहाँ पर जमकर मेहनत की और 18  रैली भी की | बीजेपी ने वहाँ 34  रैली की लेकिन इन  रैलिओ का फायदा भी बीजेपी को सीधे मिला और 18  सीट्स पर बीजेपी जीत गई | रैलिओ के दौरान बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच कई बार आपस में  झड़प देखने को मिलती रही| लेकिन रोजगार की कमी और गरीबी से लड़ रहे बंगाल में बीजेपी ने वादा किया कि अगर वो सत्ता में आते है तो अवैध मुसलमानो को देश से बाहर करेगी और इसका फयदा बीजेपी को मिला |

इसे भी पढ़ें: प्रियंका गांधी ने किसके डर से बनारस सीट से वापस लिया नाम?

ममता को हिंदू विरोध करना पड़ा भारी

पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं की संख्या ज्यादा है बीजेपी ने हिन्दुओ का समर्थन करते हुए ममता बनर्जी पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा चाहे दुर्गा पूजा हो, सरस्वती पूजा, मूर्ति विसर्जन हो या रामनवमी की शोभा यात्रा हो इन सब मुद्दों को बीजेपी ने बंगाल में उठाया | जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिला, इस हार के बाद ममता बनर्जी  की चिंता बहुत बढ़ गई है हालाँकि उन्होंने बीजेपी को जीत पर मोदी और उनके पार्टी के कार्यकर्ताओ को भी बधाई दी और कहा की उन्हें इस हार का कारण जानने और सुधार करने की जरुरत है |

इसे भी पढ़ें: फानी तूफान बना लोगों के लिए आफत