राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती

by Mahima Bhatnagar
Gandhi

2 अक्टूबर महात्मा गांधी का जन्मदिन… जिनके विचारो ने पूरे देश को प्रेरित किया। सही राह पर चलने की सीख दी। पूज्य बापू लोक संग्राहक थे। लोगों से जुड़ जाना और उन्हें जोड़ लेना बापू की विशेषता थी। जिसके दम पर उन्होंने लोगों को अपने हक की लड़ाई लड़ना सिखाया। सत्याग्रह का मार्ग बापू ने विश्व को दिखाया। बापू ने जो विचार दिए… अपनी जीवन की कसौटी पर कसकर दिए।

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स्वतंत्रता संग्राम में सबसे बड़ा योगदान

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स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा योगदान उनका यह रहा कि, उन्होंने इसे एक व्यापक जन आंदोलन बना दिया। उन्होंने हमेशा यही सीख दी कि, जो भी करों इच्छा शक्ति से करो… देशहित में करो। देश में जो गलत हो रहा है उसके लिए आवाज उठाओ ताकि आपको किसी के सामने कभी झुकना ना पड़े। एक बात और उन्होंने कही थी, जिसे हम याद करते हैं, सफाई करोगे तो स्वतंत्रता मिलेगी… स्वच्छ वातावरण में रहने की। वो ये नहीं जानते थे कि ये कैसे होगा.. लेकिन ये हुआ भारत को स्वतंत्रता मिली… और भारत स्वच्छ हुआ। लोगों ने इसमें अपना योगदान दिया। 13 करोड़ देशवासियों ने राष्ट्रपिता के इस सपने को साकार किया। जिसके कारण देशहित को एक राह मिली।

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उनकी बातें आती हैं याद

हर कोई उनके जन्मदिवस पर उन्हें याद करता है, और उनकी उन सारी बातों को दोहराता है… जो उन्होंने भारत को स्वतंत्र कराने के लिए कही। चाहे वो खादी वस्त्र हो या स्वच्छता, उनकी एक-एक बात आज भी हमे उनकी याद दिलाती है। कि वो कैसे निडर होकर देश के लिए आवाज उठाते थे। एक अहिंसावादी इंसान थे महात्मा गांधी। उनका शांत स्वभाव उनको सबसे अलग बनाता था। वो एक व्यक्तित्व नहीं बल्कि एक भरोसा और विश्वास के प्रेरणास्त्रोत थे।

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उनकी इन्हीं प्रेरणास्त्रोत वाली बातें सजग और साधारण व्यक्ति बनने की प्रेरणा देती है, जो आपके जीवन को और सरल बना देती है। इसी सरलता वाला स्वभाव ही उन्हें सबसे अलग बनाता है, इसलिए वो बापू कहलाते हैं।