नहीं रही बॉलीवुड की ‘मां’ रीमा लागू- एक स्मृति

by TrendingNews Desk

पिछले दशक की चर्चित ‘माँ’ मशहूर अभिनेत्री रीमा लागू का निधन हो गया। वो 59 साल की थीं। रीमा लागू का जन्म 1958 में मुंबई में हुआ था। उनके बचपन का नाम नयन भड्भाड़े था। रीमा ने अपनी पढ़ाई पुणे के एच एच सी पी हाई स्कूल से की। अभिनय से लगाव के चलते ही रीमा स्कूल के ज़माने से ही अभिनय सीखा करती थी। रीमा ने हाई स्कूल की पढाई के बाद एक्टिंग को गंभीरता से लेना शुरू किया और तभी से वो मराठी नाटकों से जुड़ गयीं। जल्द ही रीमा को पहला बड़ा ब्रेक मिला और उन्होंने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत 1981 में आई फ़िल्म ‘कलियुग’ से की। जिसमें शशि कपूर, रेखा और राज बब्बर मुख्य भूमिका में थे। उसके बाद उन्होंने कभी पिछे मुड़कर नहीं देखा।

आमिर ख़ान की फ़िल्म ‘क़यामत से क़यामत तक’ से रीमा को अपार लोकप्रियता हासिल हुई। उसके बाद उन्होंने ‘मैंने प्यार किया’, ‘साजन’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘ये दिल्लगी’, ‘दिलवाले’, ‘कुछ कुछ होता है’, ‘कल हो न हो’ एक के बाद एक कामयाब फ़िल्मों का हिस्सा रहीं। इस दौरान वो शाहरुख, सलमान आदि की माँ के किरदार में दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय होती गई। रीमा बड़े परदे के साथ छोटे परदे पर भी अपने अभिनय का जादू चलाती रहीं। साल 1994 ‘तू तू मैं मैं’ से उन्होंने छोटे परदे पर अपना सफ़र शुरू किया। बाद में ‘श्रीमान-श्रीमती’, ‘दो और दो पांच’, ‘कड़वी’, ‘खट्टी-मीठी’, ‘दो हंसों का जोड़ा’ से दर्शकों को लुभाती रही। अभी भी वो ‘नामकरण’नामक सीरियल में काम कर रही थी। उनके आकस्मिक निधन से उनके को-स्टार काफी भावुक हैं।

उन्होंने मराठी अभिनेता विवेक लागू से शादी की थी। हालांकि, उनकी यह शादी सात साल ही चल सकी। उनकी एक बेटी है- मृन्मयी। मृन्मयी भी एक एक्ट्रेस और मराठी डायरेक्टर हैं। बताते चले कि कि रीमा की मां मन्दाकिनी भड्भाड़े भी एक जानी-मानी मराठी अभिनेत्री थीं। अपनी माँ को देखकर ही रीमा एक्टिंग करना सीखना चाहती थी। बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए चार फिल्मफेयर अवार्ड जीत चुकीं रीमा लागू के अचानक मौत की ख़बर से बॉलीवुड सदमे में है। कई बॉलीवुड हस्तियों ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी, और उनके साथ बिताए वक्त को याद किया। बॉलीवुड फिल्मों में उनका ‘माँ’ का किरदार हमेशा अमर रहेगा।।