तीन महीने बाद इस मामले पर खुली नीतीश सरकार की आंख, दिए जांच के आदेश

by Mahima Bhatnagar

पटना। हमारे देश में जब भी पुलिसवालों का नाम आता है, तो जह्न में एक ही बात आती है, भ्रष्टाचार। कानून के रखवालों को वर्दी इसलिए दी जाती है कि वो लोगों की मदद कर सके, उन्हें हर तरफ से सुरक्षित रख सके। लेकिन जब इसी वर्दी का लोग गलत फायदा उठाते हैं तो आंखें शर्म से झुक जाती है। कई पुलिसवाले ये भुल जाते हैं कि वो लोगों के रक्षक हैं।

ये है पूरा मामला

मामला पटना के पत्रकार थाना क्षेत्र का है, जहां कुछ पुलिसवालों ने मुफ्त सब्जी ना देने पर एक नाबालिग बच्चे को गलत आरोप में गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, पुलिसवाले हर रोज उस रास्ते पर पट्रोलिंग करने आते थे, और वहां से फ्री की सब्जियां ले जाते थे। एक दिन उस बच्चे ने सब्जी देने से मना कर दिया। तब उन्होंने उसे धमकी दी की वो उसे छोड़ेगें नहीं, फिर क्या था उन्होंने एक दिन मौका देखकर उसपर बाइक चोरी का आरोप लगाया और गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही इस मामले की खबर उस बच्चे के घरवालों को मिली वो तुरंत थाने गए और पुलिसावालों से अपने बच्चे को छोड़ने की गुहार लगाई। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आपको बात दें कि मामला, आज का नहीं बल्कि 3 महीने पहले का है। पीड़ित के पिता 3 महीनों से एसएसपी ऑफिस के चक्कर लगा रहे थे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

नीतीश सरकार ने दिए जांच के आदेश

3 महीने बाद सरकार ने इस मामले पर अपनी आंखें खोली हैं, जो काफी समय से बंद थी। नीतीश सरकार ने आदेश जारी किया है कि, इस मामले की जल्द से जल्द जांच शुरू की जाए, और दो दिन के अंदर जांच की रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाए।