‘मन के मीत’ने कहा अलविदा!

by TrendingNews Desk
विनोद खन्ना हिन्दी फिल्मों के मशहूर अभिनेता थे,जिनका जन्म पेशावर(पाकिस्तान) में 6 अक्टूबर 1946 को हुआ था। लम्बे समय से कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से पीड़ित होने के कारण 27 अप्रैल 2017 को मुंबई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया।
उनकी आखिरी फिल्म कोयलांचल(2014) थी। जिसमें उन्होंने ‘सूर्य भान सिंह’ नामक व्यक्ति का दमदार किरदार निभाया था।इस फिल्म में उनके अलावे सुनील शेट्टी भी मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म में विनोद खन्ना के अभिनय से उनके प्रशंसकों को जरा सा भी अंदाजा नहीं था,कि यह उनकी आखिरी फिल्म होगी। लेकिन शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था।
विनोद खन्ना का जन्म एक व्यापारिक पंजाबी परिवार में हुआ था। सन् 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद उनका पूरा परिवार मुंबई चला आया। उनके पिता का नाम किशनचंद खन्ना और माता का नाम कमला था। उनकी स्कूली शिक्षा नासिक के बोर्डिंग स्कूल से हुई, नासिक के ही सिध्देहम कॉलेज से उन्होंने स्नातक पास किया।
उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1968 में आई फिल्म ‘मन के मीत’ से की थी,जिसमें उन्होंने एक खलनायक की भूमिका निभाई थी। उन्होंने बतौर मुख्य अभिनेता फिल्म ‘हम तुम और वो’ (1971) की थी। इस फिल्म के बाद से वो बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता हो गए।
एक दिन वो अचानक गायब हो गए और फिल्मों से सन्यास लेकर आचार्य रजनीश (ओशो) के अनुयायी बन गए। पाँच साल ओशो के साथ वक्त बिताने के बाद विनोद खन्ना ने फिर बॉलीवुड का रूख किया। इस दौरान उन्होंने कई हिट फिल्में दी।
विनोद खन्ना ने 1971 में अपने कॉलेज की लड़की गीतांजली से शादी कर ली। गीतांजली से उनको दो बेटे हुए,राहुल और अक्षय। ये दोनों अभी बॉलीवुड ऐक्टर हैं। हालांकि ओशो के आश्रम में जाने के चलते उनकी पत्नी गीतांजली ने उनके तलाक ले लिया। सन् 1990 में ओशो के आश्रम से लौटने के बाद विनोद खन्ना ने अपनी दूसरी शादी एक बिजनेसमैन की बेटी कविता से की। कविता से भी उन्हें दो बेटियां हुई साक्षी व श्रद्धा।
राजेश खन्ना पंजाब के गुरदासपुर से दो बार भाजपा के टिकट पर सांसद भी रहे हैं। सन् 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वे केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री भी रहे हैं।
सन् 1999 में उन्हें फिल्मों में 30 वर्ष के शानदार योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया था। इसके अलावे उन्हें फिल्मों में शानदार अभिनय के लिए कई फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले।
कुछ दिनों पहले तक वो इतने स्वस्थ्य दिख रहे थे कि लोगों को जरा भी अंदाजा नहीं था कि वे कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से ग्रसित हैं। लेकिन शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था। अब वो हमारे बीच नहीं रहे। बॉलीवुड में उनके 30 वर्ष के शानदार योगदान को उनके प्रशंसक सदा याद रखेंगे।।