लखनऊ के नवाबी जायके जो हैं पूरे वर्ल्ड में फेमस, जानें वहां के लजीज फूड कॉर्नर

by Mahima Bhatnagar
Lucknow

नई दिल्ली। नवाबों का शहर लखनऊ, जहां पर जाते ही सबसे पहले कहा जाता है मुस्कुराइए आप लखनऊ में हैं। इसी मुस्कुराहट को बरकरार रखते हैं यहां के लजीज पकवान। जी हां यहा के व्यजन जो लोगों का दिल जीत लेते हैं। कोई भी व्यक्ति लखनऊ जाए और वहां के लजीज पकवान का लुफ्त ना उठाए ऐसा नहीं हो सकता। तो आज हम आपको ये बताएंगे की कौनसी वो जगह हैं जहां आपको स्वादिष्ट पकवान खाने को मिलेगे।

टुंडे कबाबी

नॉनवेज के शौकीन लोगों के लिए लखनऊ के टुंडे कबाब खाना किसी मन मांगी मुराद पूरा होने से कम नहीं है। 110 साल पुराना लखनऊ के टुंडे कबाब के स्वाद के आगे देश भर के बड़े- बड़े खानसामे और फाइव स्टार होटल्स के शेफ भी फीके पड़ जाते हैं। देश- विदेश से यहां नामी- गिरामी हस्तियां मुगलिया जायके की पहचान लखनऊ के टुंडे कबाबी का स्वाद चखने के लिए आती हैं। बताया जाता है कि ये कबाब बिना दांतों वाले नवाब के लिए बनाए गये थे। इन कबाबों की खासियत है कि इनमें 120 मसाले डाले जाते हैं। वैसे तो टुंडे कबाब के देश भर में कई आउटलेट्स हैं लेकिन असली मजा तो ऑरिजिनल में ही है। यहां पर आपको कई वैराइटी के कबाब मिलेंगे, जिनमें से गलौटी कबाब का स्वाद बेहद जबर्दस्त है।

इसे भी पढ़ें-कम बजट में घूमना चाहते हैं विदेश तो ये डेस्टिनेशन रहेंगे आपके लिए एकदम परफेक्ट

रॉयल कैफे की टोकरी (बास्केट) चाट

जनाब आपने लखनऊ की चाट का स्वाद नहीं चखा तो समझो आपका रहना या आना ही बेकार है। जी हां, स्‍ट्रीट फूड के मामले में लखनऊ से बेहतर कोई जगह नहीं है। यहां कोने- कोने पर आपको चाट के ठेले मिल जाएंगे और यकीन मानिए, हर जगह स्वाद आपको एक से बढ़कर एक मिलेगा। लेकिन यहां की टोकरी चाट की तो बात ही कुछ और है। आपको बता दें कि लखनऊ में चाट की बात करेंगे तो यहां की टोकरी चाट दूर- दूर तक मशहूर है। इसका कुरकुरापन लोगों को दीवाना बना देता है। आलम ये है कि अब आसपास के शहरों में भी अब बास्केट चाट मिलने लगी है। खैर अगर आप लखनऊ में हैं तो हजरतगंज के रॉयल कैफे की बास्केट चाट खाना मत भूलियेगा, कसम से उंगलियां चाटते रह जायेंगे।

श्रीराम वेज कॉर्नर का वेज कबाब पराठा

जी हां, आपने सही सुना, वेज कबाब रोल। लखनऊ में सिर्फ नॉनवेज खाने वालों की ही ऐश नहीं हैं बल्कि वेज वालों की भी है। ये स्ट्रीट फूड लखनऊ में बहुत ही फेमस है। आपको आसानी से 20 रुपये से 30 रुपये की कीमत में वेज कबाब रोल मिल जाएंगे। ये कबाब, सोया और मसूर की दाल के होते हैं। एक बार इनका स्वाद चख के तो देखिए, आप इसके फैन न हो जाएं तो कहिएगा। वैसे तो लखनऊ में हर जगह आपको एक कबाब रोल का स्टॉल मिल जायेगा लेकिन अगर आपको यहां का बेस्ट कबाब रोल खाना है तो अमीनाबाद की टुंडे कबाबी की गली में श्रीराम वेज कॉर्नर काफी मशहूर है। यहां का वेज कबाब रोल और सभी नॉनवेज डिशेज़ भी वेज की वैराइटी में मिलती हैं। यहां की खुशबू लोगों को दूर से अपनी शॉप तक खींच लाती है।

इसे भी पढ़ें- बॉलीवुड की ये एक्ट्रेस शादी से पहले ही हो गई थीं प्रेग्नेंट!

प्रकाश की मशहूर कुल्फी

यहां का तीखा और लजीज खाना खाने के बाद मीठा तो बनता ही है तो फिर कहीं इधर- उधर जाने की जरूरत नहीं है। टुंडे कबाबी के पास ही स्थित है प्रकाश कुल्फी। आपने कुल्फी फलूदा तो बहुत जगह खाया होगा। लेकिन जो कुल्फी को टेस्ट आपको प्रकाश कुल्फी के यहां मिलेगा, वो कहीं और मिलना थोड़ा मुश्किल है। यहां पर आपको खास तरह की फालूदा कुल्फी क्रीम दूध, काजू, पिस्ता, कॉर्न फ्लोर, केसर के जबर्दस्त कॉम्बिनेशन में मिलती है। एक बार ट्राई करना तो बनता है।

अवधी शीरमाल

अवधियों के खास व्यंजनों में वेज खाने वालों के लिए एक बहुत ही स्वादिष्ट डिश है और वो है शीरमाल, जोकि दूध और घी से बनी होती है। ये एक तरह का मीठा नान होता है, जिसे तंदूर में पकाया जाता है। इस नान में स्वाद बिखेरने का काम करता है इसमें मिलाया जाने वाला केसर। रमजान के दिनों में लोग शाम को रोजा खोलने के लिए मसालेदार कोरमा और कबाब के साथ शीरमाल खाते हैं। नवाबों की ये सबसे प्रिय डिश थी और अब भी है। वैसे तो ये आपको लखनऊ के अकबरी गेट से नक्खास चौराहे के पीछे लगे बाजार में शाम के वक्त आसानी से मिल जायेगी लेकिन फिर भी शीरमाल के लिए सबसे पुरानी दुकान ‘अली हुसैन शीरमाल’ काफी फेमस है।

इसे भी पढ़ें-बॉलीवुड के वो फेमस सॉन्ग जो हर साल महाशिवरात्रि पर मचाते हैं धूम

रत्तीलाल खस्ता

ऐसा नहीं है कि लखनऊ में सिर्फ नॉनवेज डिशेज ही फेमस हैं। जनाब, एक बार रत्तीलाल के खस्तों का स्वाद चख कर तो देखिए, मजा न आये तो कहिएगा। चटपटे मसालेदार आलू के साथ गर्मागर्म मटर और कुरकुरा खस्ता, साथ में नींबू, हरी मिर्च और लच्छेदार प्याज, सोने पर सुहागा का काम करता है। यहां लखनऊ में लोग सुबह के नाश्ते के तौर पर रत्तीलाल के खस्ता और आलू से दिन की शुरुआत करते हैं। वैसे इसके अलावा यहां आम ठेलों पर मिलने वाले खस्ते मटर की चाट भी बड़ी मस्त होती है। उबली मटर पर प्याज, मिर्च, हरी धनिया, मीठी और खट्टी चटनी डालकर खस्ते को फोड़कर उसमें भरा जाता है। इस बात की तो शर्त लगा सकते हैं कि ऐसा स्वाद न तो आपने पहले कभी चखा होगा और न ही देखा होगा।

शर्मा जी की चाय

जनाब, आप लखनऊ आये और शर्मा जी की चाय नहीं पी तो फिर क्या पीया। लखनऊ की सालों पुरानी ये चाय की दुकान यहां के लोगों के लिये किसी अमृत की दुकान से कम नहीं है। ऑफिस सर्कल हो या फिर दोस्तों का ग्रुप, आपको यहां हर उम्र और स्टेटस का आदमी चाय की चुस्कियां लेता नजर आयेगा। शर्मा जी की चाय की दुकान में सिर्फ चाय ही मशहूर नहीं है बल्कि यहां का बंद मक्खन और गोल समोसा भी किसी लजीज डिश से कम नहीं है। चाय की चुस्की और साथ में टेस्टी नाश्ते का स्वाद लेने के लिए ये एक बेहतरीन ठिकाना है। हजरतगंज के पॉश इलाके में बनी ये छोटी सी दुकान साल 1955 से चल रही है।

इसे भी पढ़ें: होली पर बॉलीवुड के ये सॉन्ग मचाते हैं धूम

रहीम निहारी कुल्चे

लखनऊ के रहीम निहारी कुल्चे उतने ही फेमस हैं, जितनी कि लखनऊ की तहजीब। आज भी इसे कोयले की आंच पर पकाया जाता है और उसके बाद इसमें जो स्मोकी फ्लेवर आता है, उसके स्वाद से लखनऊ का हर निहारी शौकीन वाकिफ है। दरअसल, निहारी कुल्चा एक तरह की नॉनवेज डिश है, जिसमें गोश्त की बोटियों को कई चुनिंदा मसालों के साथ उबाला जाता है।

मक्खन मलाई

मक्खन मलाई नवाबों की फेवरिट स्वीट डिशेज में से एक हुआ करती थी। इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि आज भी लोग मक्खन मलाई के फैन हैं। मुंह में घुल जाने वाली इस नवाबी मक्खन मलाई का स्वाद अगर जीभ में एक बार लग जाता है तो लोग इसे कभी भूल नहीं पाते। वैसे तो ये आपको पूर लखनऊ में किसी भी मेन मार्केट या चौराहों पर मिल जाएगी लेकिन पुराने लखनऊ यानि कि चौक चौराहे में लगी मक्खन मलाई की दुकानें और वहां के नजारे आपको अपनी ओर आकर्षित करने के लिए काफी हैं। लखनवी मक्खन मलाई आपको सुबह के 5 बजे से ही चौक के गोलदरवाजे पर मिलेगी।