हमास क्या है? इजरायल–फिलिस्तीन संघर्ष में क्या है इसकी भूमिका?

by Shatakshi Gupta

पिछले कुछ दिनों से इजरायल और फिलिस्तीन के बीच बढ़ते संघर्ष के चलते, उग्रवादी संगठन हमास एक बार फिर सुर्खियों में है। इस संगठन ने दावा किया है कि इसने पूर्वी यरुशलम में घटनाओं के प्रतिशोध और इजरायली रक्षा बलों से आक्रामक कार्रवाई के रूप में इजरायल पर कई रॉकेट हमले किए हैं। इस संदर्भ में यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है की क्या है ये संगठन और क्यों ये वर्षो से इजरायल से संघर्ष में लिप्त है।

क्या है हमास?

हराकतअल-मुकावामा अल-इस्लामियाह, या संक्षेप में हमास, एक फिलिस्तीनी सुन्नी-इस्लामी कट्टर संगठन है, जिसकी इजरायल के पश्चिम में गाजा पट्टी में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।  इस संगठन के दो हिस्से हैं –दावाह जो की एक समाज सेवा अंगहैऔर दूसरा है इज़ अद-दीन अल-कसम जो की संगठन का एक सैन्य अंग है।

इजरायल और अमेरिका समेत विश्व के कई देश इस संगठन को एक आतंकी संगठन का दर्जा देते हैं। जबकि चीन समेत दूसरा धड़ा इसको एक राजनीतिक संगठन का दर्जा देते हैं। जबकि कुछ देश ऐसे भी है जो मात्र इसकी सैन्य शाखा को आतंकी संगठन का दर्जा देते हैं।

क्या है हमास का इतिहास?

1987 में, गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक पे इजरायल के कब्जे के खिलाफ दंगे और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे जिसे प्रथम इंतिफादा के रूप में जाना जाता है। उस वक्त हमास अपने प्रारंभिक चरणों में था।तब ये संगठन मात्र मिस्र के मुस्लिम ब्रदरहुड का एक टूटा हुआ हिस्सा हुआ करता था।

संगठन के सह-संस्थापक, शेख अहमद यासीन ने ऐलानकिया था कि हमास का उद्देश्य इजरायल, वेस्ट बैंक और गाजा पट्टीसे इजरायल के कब्जे से ‘फिलिस्तीन को मुक्त’ करना है।

इस संगठन और इजरायल के संबंध

संगठन की स्थापना से ही इजरायल और हमास हमेशा आमने सामने रहे है।हमास ने रॉकेट, मोर्टार शेलिंग और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करते हुए इजरायली नागरिकों पर कई बार हमला किया है। अक्सर, इन हमलों को हमास जवाबी कार्रवाई बताता है।इजरायल अभी तक हमास के साथ तीन युद्ध लड़ चुका है।हमास ने 2007 में अन्य फिलिस्तीनी ताकतों को दबाकर गाजा पर कब्जा कर लिया था। क्षेत्रीय शक्तियों और अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता से हमास और इजरायल के बीच कई बार शांति प्रयास किए गए,जो हर बार निरर्थक साबित हुए।

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क्या हमास को अंतरराष्ट्रीय समर्थन है?

हमास ने 2006 में फिलीस्तीनी संसद में बहुमत सीटें जीतीं थी। हमास के लिए विदेशी समर्थन टूटे हुए हिस्सों मेंहै, क्योंकि ईरान, सीरिया, कतर और तुर्की सहित कुछ देशों को इसका माना जाता है।जबकि अमेरिका, यूरोपीय संघ और जापान इनको आतंकवादी संगठन के रूप में देखते हैं।  न्यूज़ीलैंड, यूके और ऑस्ट्रेलिया ऐसे देशों में से हैं जो केवल सैन्य विंग को एक आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध करते हैं।

अभी चल रही हिंसा में हमास की क्या भूमिका है?

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हाल ही में हुए भयावह हमले में, हमास ने कई रॉकेट हमले शुरू किए हैं, जिनमें कम से कम दो इजरायल नारिकों की मौत हो गई है।जबकि इजरायल के हमलों में 35 से अधिक मारे गए हैं। इजरायल पे जो भी रॉकेट हमले हो रहे है उनकी पूरी जिम्मेदारी हमास ने ली है।

हमास ने पूर्व वर्षों की तरह यरुशलम से गाजा, वेस्ट बैंक के अधिकांश हिस्सों और इजरायल के अरब शहरों में विरोध और दंगों की तर्ज पर इंतिफादा का आह्वान किया है।

अल-अक्सा मस्जिद, जिसे मुस्लिमों और यहूदियों के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है, हालिया संघर्ष का केंद्र बिंदु रहा है।