यह है नई पीढ़ी के संस्कार, सरेआम हो रहा है इश्क-विश्क, प्यार-व्यार

by Mahima Bhatnagar

नई दिल्ली। खुल्लम-खुल्ला प्यार करेंगे हम दोनों… इस दुनिया से नहीं डरेंगे हम दोनों। गाना तो सुना ही होगा आपने, लेकिन आज हम गाने में खुल्लम-खुल्ला प्यार की नहीं… बल्कि मेट्रो, पार्क और थिएटर में हो रहे खुल्लम-खुल्ला प्यार की बात करेंगे।

इश्क एक ऐसी चीज है जो छुपाए भी नहीं छुपती, लेकिन आजकल लोग इसे छुपाते नहींं… बल्कि सरेआम सबके सामने प्रदर्शित करते हैं। जी हां ये प्यार के पंछी अपना प्यार ज्यादा दिनों तक छुपा नहीं पाते, खासकर दुनिया से। इसका पता उन लोगों को ज्यादा होगा है जो रोज मेट्रो में सफर करते हैं।

मेट्रो जो लोगों की लाइफ लाइन बन गई है, वहीं इन तोता मैना के लिए उनके प्यार करने की जगह। जहां देखो वहां ऐसे प्राणी मिल ही जाते हैं। कभी स्टेशन पर तो कभी मेट्रो के अंदर। उन्हें किसी का कोई डर नहीं होता। वो तो बस प्यार में डूबे रहते हैं। उन्हें देखकर लगता है कि ना जाने कितने जमाने से वो प्यार के भूखे हैं।

ऐसा ही हाल पार्क का भी है। कई लोग ऐसे होते हैं जो अपने परिवार के साथ घूमना पसंद करते हैं। पिकनिक के लिए जाना चाहते हैं, लेकिन ये लोग कोई जगह खाली छोड़ेंगे तो वो पिकनिक बना पाएंगे ना… दिल्ली की बात करें तो ऐसे कई पार्क हैं जहां प्यार उमड़-उमड़ के दिखाई देता है। ऐसी जगह पर कोई अपने परिवार के साथ नहीं जा सकता। क्योंकि वहां प्यार की पाठशाला जो लगी हुई होती है। पता नहीं ये लोग क्यों भूल जाते हैं कि जहां वो रहते हैं वो इंडिया है विदेश नहीं। लेकिन आज का यूथ कहां समझने वाला है इस बात को… उन्हें जो करना होता है वो करके ही रहते हैं।

आखिर, दिल है कि मानता नहीं….प्यार करने से डरता नहीं…