टीचर्स डे :डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन, जिसे शिक्षक दिवस रूप में मनाया जाता है

by Upasana Verma
radha krishna sarvapalli

भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति तथा शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिवस को संपूर्ण राष्ट्र में शिक्षक दिवस रूप में मनाया जाता है। इस दिन राष्ट्र के सभी शिक्षकों प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है जो की राष्ट्र के भविष्य को एक सफल आकर देने में सहायक होते हैं। इस दिन स्कूलों में शिष्य अपने अध्यापकों को अपने तरीके जैसे भेंट देकर या धन्यवाद देकर या इत्यादि तरीकों से उनके प्रति अपने सम्मान को प्रकट करते हैं।

इसे भी पढ़ें: बीजेपी ने अगस्त महीने में खोए ये दिग्गज नेता

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 में तमिलनाडु में हुआ था। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन बचपन से ही विद्वान तथा स्वामी विवेकानंद के अनुयायी थे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपनी पढ़ाई मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज से पूरी की और इसी के साथ वे मद्रास प्रेसीडेंसी कॉलेज के तथा मैसूर यूनिवर्सिटी के फिलॉसफी के प्रोफेसर बने । डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफ़ोर्ड के स्पलैडिंग प्रोफेसर ऑफ़ ईस्टर्न रिलिजन तथा एथिक्स भी रहे चुके हैं और इसी के साथ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन पहले भारतीय हैं जो यूनिवर्सिटी ऑफ़ ऑक्सफ़ोर्ड के प्राध्यपक रह चुके हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने जीवन में फिलॉसफी पर आधारित कई लेख तथा भाषण दिए हैं तथा इनका मानना था की “राष्ट्र के अध्यापक सबसे अधिक विद्वान होने चाहिए”।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत काफी देर से की। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन देश की आज़ादी के बाद यूनेस्को में भारत (1946-1952)का प्रीतिनिध्तव किया । डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत की संविधान सभा में चयनित होने के पश्चात सं 1952 में भारत के पहले उपराष्ट्रपति तथा 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति रहे।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को सं 1931 में नाइट बैचलर की उपाधि तथा 1954 में भारत रत्न की उपाधि से नवाजा जा चुका है। इसके अलावा 1961 में पीस प्राइज ऑफ़ जर्मन बुक ट्रेड 1963 में ब्रिटिश आर्डर ऑफ़ मेरिट से भी नवाजा जा चुका है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह तथा अन्य ने ट्विटर के ट्विटर के माध्यम से बधाई दी।